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Month: June 2025

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  • दिनांक 30/06/2025 को दयानन्द आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय के पंचकर्म विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ रमेश कुमार तिवारी की सेवानिवृति में उपस्थित कर्मचारी।

दिनांक 30/06/2025 को दयानन्द आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय के पंचकर्म विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ रमेश कुमार तिवारी की सेवानिवृति में उपस्थित कर्मचारी।

दिनांक 30/06/25 को दयानन्द आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय के 4th टीचर्स कौंसिल की मीटिंग मे प्राचार्य की अध्यक्षता में सभी विभागाध्यक्ष एवं शिक्षक सम्मिलित हुए।

दिनांक 21 जून 2025 को दयानंद आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल सिवान(बिहार)में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन महाविद्यालय अस्पताल के योग कक्ष में किया गया। जिसका उद्घाटन महाविद्यालय के सचिव प्रोफ़ेसर डॉ0 रामानंद पांडेय,पूर्व प्राचार्य प्रोफ़ेसर डॉ0 प्रजापति त्रिपाठी एवं “प्राचार्य” प्रोफ़ेसर डॉ0 सुधांशु शेखर त्रिपाठी ने दीप प्रज्वलित कर एवं भगवान धन्वंतरी के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी,अस्पताल कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

चिकित्सा महाविद्यालय के शासीनिकाय “अध्यक्ष” प्रोफेसर डॉक्टर महाचंद्र प्रसाद जी को (“अध्यक्ष” सवर्ण आयोग) बनाए जाने पर महाविद्यालय के कर्मियों के द्वारा अभिनंदन किया गया।

दैनिक समाचार पत्र “प्रभात खबर” के अधिकारियों के द्वारा चिकित्सा महाविद्यालय के हर्बल गार्डन में औषधिय पौधों का रोपण किया गया। जिसमें महाविद्यालय के “प्राचार्य” सहित सभी शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे।

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आज दिनांक 8.12.2025 को दयानंद आयुर्वैदिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल सिवान में चल रहे नो आगंतुक छात्र-छात्राओं के ट्रांजिशनल करिकुलम का समापन समारोह महाविद्यालय के धनवंतरी हाल में धूमधाम से मनाया गया। समापन  सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में सिवान जिला के जिला पदाधिकारी आदित्य प्रकाश एवं अनुमंडल पदाधिकारी सिवान के साथ आयुर्वेद महाविद्यालय के शासि निकाय  के सचिव डॉ रामानंद पांडे, शासि निकाय के सलाहकार एवं पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर डॉ प्रजापति त्रिपाठी महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ सुधांशु शेखर त्रिपाठी ने दीप जलाकर शुरूआत किया। नवागंतुक छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी आदित्य प्रकाश ने आयुर्वेद को सबसे पुरातन चिकित्सा पद्धति बताया तथा छात्र-छात्राओं को आयुर्वेद की शिक्षा को गहनता से ग्रहण करने के लिए कहा । अनुमंडल पदाधिकारी ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए आयुर्वेद के महान विभूतियां के चरित्र को अपनाने की अपील की महाविद्यालय का सचिव डॉ रामानंद पांडे ने अपने संबोधन में महर्षि सुश्रुत एवं महर्षि चारक के जीवनी पर प्रकाश डाला। पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर डॉ प्रजापति त्रिपाठी  ने अतिथियों का स्वागत करते हुए महाविद्यालय एवं अस्पताल के विषय में विशेष जानकारी उपलब्ध कराई। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ सुधांशु शेखर त्रिपाठी ने अतिथियों को समारोह की शोभा बढ़ाने के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए इस पूरे सत्र में सुचारू रूप से हिस्सा लेने के लिए नवआगंतुक छात्र-छात्राओं एवं सत्र को सुचारू रूप से सफल बनाने के लिए सभी शिक्षकों कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं को धन्यवाद दिया। मंच संचालन डॉ अंकेश कुमार मिश्रा ने किया इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षकेत्तर कर्मचारीयों के साथ सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।